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झांसी। यातायात पुलिस की ओर से चालान किए जाने के अजब-गजब मामले लगातार सामने आ रहे हैं। कुछ दिनों के भीतर ऐसे कई मामले सामने आ चुके जिनमें कार चालक का बिना हेलमेट लगाए गाड़ी चलाने के आरोप में चालान कर दिया गया जबकि मोटर साइकिल सवार का चालान सीट बेल्ट न बांधने के आरोप में हो गया। गलत चालान होने के बावजूद वाहन चालक मजबूरन यह चालान जमा कर रहे हैं।
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ट्रैफिक पुलिस ने चालान का तरीका बदल दिया है। अब वाहन के नंबर प्लेट की फोटो खींचने के बाद पुलिसकर्मी मोबाइल फोन के जरिए चालान फार्म जनरेट करते हैं। ऑनलाइन ही यह चालान वाहन चालक के पास पहुंच जाता है। इस प्रक्रिया के शुरू होने के बाद कई सारी गड़बड़ियां सामने आने लगीं। शुक्रवार को पिछोर निवासी इम्तियाज अपने रिश्तेदार से मिलने जा रहे थे। कुछ देर बाद ही उनके मोबाइल पर ऑनलाइन चालान का मैसेज आ गया। उसमें हेलमेट न लगाने की वजह से मोटर वाहन अधिनियम की धारा 133 के तहत 1000 रुपये का चालान किया गया था जबकि जिस वाहन के नंबर का चालान में जिक्र है वह कार का है। यह देखकर वाहन चालक हैरान रह गया हालांकि फजीहत से बचने को उसने ऑनलाइन माध्यम से चालान जमा कर दिया। ऐसे तमाम मामले रोजाना ही चालान जमा केंद्र में देखने को मिल रहे हैं। वहीं, प्रभारी सीओ ट्रैफिक राजेश सिंह का कहना है ऑनलाइन फीडिंग के दौरान कभी-कभी गलती से गलत नंबर दब जाने से ऐसी गड़बड़ी हो जाती है हालांकि कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है कि चालान काटते समय पर्याप्त सावधानी बरती जाए। उनका कहना है इस तरह का चालान होने पर प्रार्थना पत्र दिया जा सकता है।
ट्रैफिक पुलिस ने चालान का तरीका बदल दिया है। अब वाहन के नंबर प्लेट की फोटो खींचने के बाद पुलिसकर्मी मोबाइल फोन के जरिए चालान फार्म जनरेट करते हैं। ऑनलाइन ही यह चालान वाहन चालक के पास पहुंच जाता है। इस प्रक्रिया के शुरू होने के बाद कई सारी गड़बड़ियां सामने आने लगीं। शुक्रवार को पिछोर निवासी इम्तियाज अपने रिश्तेदार से मिलने जा रहे थे। कुछ देर बाद ही उनके मोबाइल पर ऑनलाइन चालान का मैसेज आ गया। उसमें हेलमेट न लगाने की वजह से मोटर वाहन अधिनियम की धारा 133 के तहत 1000 रुपये का चालान किया गया था जबकि जिस वाहन के नंबर का चालान में जिक्र है वह कार का है। यह देखकर वाहन चालक हैरान रह गया हालांकि फजीहत से बचने को उसने ऑनलाइन माध्यम से चालान जमा कर दिया। ऐसे तमाम मामले रोजाना ही चालान जमा केंद्र में देखने को मिल रहे हैं। वहीं, प्रभारी सीओ ट्रैफिक राजेश सिंह का कहना है ऑनलाइन फीडिंग के दौरान कभी-कभी गलती से गलत नंबर दब जाने से ऐसी गड़बड़ी हो जाती है हालांकि कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है कि चालान काटते समय पर्याप्त सावधानी बरती जाए। उनका कहना है इस तरह का चालान होने पर प्रार्थना पत्र दिया जा सकता है।
कार चालक का बिना हेलमेट लगाए वाहन चलाने के आरोप में चालान - अमर उजाला
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