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Saturday, September 4, 2021

चार साल से व्यावसायिक मोटर वाहनों का किराया निर्धारण नहीं - Hindustan हिंदी

बक्सर। हिन्दुस्तान संवाददाता

जिले में निजी व्यववसायिक मोटर वाहनों का किराया बेलगाम नहीं हो , इसको लेकर जिला प्रशासन की ओर से भेजा गया किराया निर्धारण का प्रस्ताव अभी अधर में लटका है। तबतक मोटर संचालक फायदा उठा रहे हैं। चार साल पहले किराया का निर्धारण किया गया था। उसके बाद से किराया का निर्धारण किया ही नहीं जा सका है। इस संबंध में जिला परिवहन विभाग को अभी को भेजे गए प्रस्ताव की अनुमति मिलने का इंतजार है। किराया का निर्धारण नहीं होने से टेम्पो, बस चालक इसका फायदा अधिक उठा रहे हैं। क्योंकि, डीजल, पेट्रोल व अन्य सामान का बढ़ा भाव उनके लिए बचाव की ढ़ाल बन गया है और यात्रियों से बढ़े किराए को लेकर रोज- रोज तू-तू, मैं- मैं हो रही है। प्रशासन ऐसे में कुछ भी एक्शन नहीं ले पा रहा है। जबकि , किराए का निर्धारण हो ही नहीं पाया है।

20 फीसदी किराया बढ़ोतरी का है अनुमान

यात्री बसों मे करीब 20 फीसदी किराया बढ़ाए जाने का अनुमान अभी है। क्योकि, जिला परिवहन पदाधिकारी की तर्कों को अगर सही मान लिया जाए तो सरकारी बसों में राज्य सरकार की ओर से किराया का निर्धारण कर दिया गया है। सरकारी बसों में अभी किराया करीब 20 फीसदी बढ़ाकर लिया जा रहा है। ऐसे में, पूर्व के किराए से 20 फीसदी अधिक बढ़ाकर बसों के संचालन पर मोटर वाहन एसोसिएशन भी प्रस्ताव दिया है। उनके प्रस्ताव को ही आधार बनाते हुए जिला प्रशासन की ओर से भी सभी बातों पर ध्यान रखते हुए किराया का निर्धारण कर अनुमोदन के लिए प्रस्ताव को भेजा गया है। ऐसे में, यह अनुमान है कि 20 फीसदी किराया बढ़ सकता है। इसका अनुमोदन भी अब होकर आने की उम्मीद जताई जा रही है।

बस पड़ाव में नए किराए का होगा प्रकाशन

नया किराया दर आने के बाद जिले के सभी रूटों पर चलने वाले वाहनों का किराया दर सभी बस पड़ावों पर साइन बोर्ड लगाकर प्रकाशित किया जाएगा। इसके अलावा टेम्पो का भाड़ा भी निर्धारित किया जाएगा। शहर में या प्रखंड में जहां कहीं भी जाना होगा उनका रूट देखकर किराया वर्तमान डीजल , पेट्रोल दर देखकर निर्धारित किया जाएगा। इसको भी टेम्पो स्टैंड के पास प्रकाशित कर दिया जाएगा। ताकि, यात्रियों से कोई अधिक किराया की वसूली नहीं कर सके।

पेट्रोलियम में महंगाई से किराया पर मार

डीजल - पेट्रोल व अन्य सामग्रियों के दाम बढ़ने से किराया में बढ़ोतरी किए जाने का प्रस्ताव चल रहा है। चार साल पहले डीजल- पेट्रोल की दर थी उसी के हिसाब से किराया का निर्धारण किया गया था लेकिन अब इस चार साल के अंदर काफी दाम में बढ़ोतरी हुई है, इसी का परिणाम है कि बस संचालक किराया बढ़ा रहे हैं। अन्य टैक्स में भी काफी वृद्धि हुई है। मोटर संचालकों का मानना है कि किराया बढ़ाने पर ही सुविधा प्रदान करना संभव हो पा रहा है।

कोट:-

व्यावसायिक वाहन, टेम्पो का किराया निर्धारण अभी नहीं किया जा सका है। प्रस्ताव बनाकर अनुमति के लिए भेजा गया है। अनुमोदन के बाद उसका प्रकाशन किया जाएगा।

मनोज कुमार रजक , जिला परिवहन पदाधिकारी, बक्सर।

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