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Friday, July 16, 2021

व्यापारियों ने कुछ इस तरह बयां किया दर्द, कहा- कहीं इस कारण फिर बंद ना हो जाए बाजार, जानिए कारण - दैनिक जागरण

नई दिल्ली [नेमिष हेमंत]। चांदनी चौक में कोरोना दिशानिर्देशों के पालन में सीमेंट के स्लैब बाधक बन रहे हैं। इन स्लैब के बीच पैदल लोगाें के पार होने के लिए थोड़ी जगह छोड़ी गई है। जिसके कारण इसके दोनों ओर लंबी कतारें लग जा रही है। भीड़भाड़ बढ़ जा रहा है। शारीरिक दूरी के नियम टूट रहे हैं। मामला यहीं नहीं रूकता। इन स्लैब के पीछे बंद रास्तों पर रेहड़ी-पटरी वालों का कब्जा होने के साथ वाहनों की पार्किंग हो रही है। कुल मिलाकर मामला गंभीर हो गया है। यह स्थिति तब है जब उत्तर भारत का प्रमुख बाजार और कई सामानों की थोक बिक्री के कारण यहां हर वक्त हजारों लोगों की मौजूदगी रहती है।

कारोबार हो रहा प्रभावित

वहीं, दुकानदारों का आरोप है कि इसके चलते बाजारों, कटरो और कूचों का कारोबार भी प्रभावित हो रहा है। इस मुगलकालीन शहर के मुख्य मार्ग (लाल जैन मंदिर से फतेहपुरी मस्जिद तक) को मोटर वाहन रहित बनाया गया है। इससे कई संपर्क मार्ग जुड़ी हैं तो कई कटरे और कूचों का प्रवेश और निकासी का यहीं एक रास्ता है। संपर्क मार्गों से मुख्य मार्ग पर कोई वाहन का प्रवेश न हो, इसके लिए इनके शुरुआत में ही ये स्लैब रखे गए हैं। ये ज्वेलरी बाजार दरीबा कलां, इलेक्ट्रानिक्स व दवा के थोक बाजार भागीरथ पैलेस, लहंगों व किताब-कापियों के थोक बाजार नई सड़क, साड़ियों के बाजार नील कटरा समेत अन्य मार्गों पर रखे गए हैं। हालांकि, बल्लीमारान के रास्ते से यह स्लैब हटा दिए गए हैं।

जल्द हटाए जाएंगे स्लैब

शाहजहांनाबाद पुनर्विकास निगम (एसआरडीसी) के एक अधिकारी ने कहा कि यह व्यवस्था अस्थाई है। इन 14 स्थानों से ये स्लैब हटाकर बूम बैरियर लगाने की तैयारी है। कोशिश है कि यह 25 जुलाई तक हो जाए।

सीमेंट की बैरियर की वजह से कोरोना दिशानिर्देशों का पालन नहीं हो पा रहा है। इसकी वजह यह कि इन स्लैब के बीच मात्र एक व्यक्ति को निकलने भर का रास्ता छोड़ा गया है। यहीं नहीं, इसके पीछे गलियों में अवैध रेहड़ी-पटरी वालों के साथ वाहनों की अवैध पार्किंग हो रही है। इसके चलते स्लैब के नजदीक काफी भीड़ इकट्ठा हो जा रही है। इस संबंध में एसआरडीसी से रास्ता निकालने की मांग की गई है, क्योंकि कोरोना नियमों का पालन न होने के मामले में बाजारों पर कार्रवाई हो रही है।

भारत आहूजा, अध्यक्ष, दिल्ली इलेक्ट्रिकल ट्रेडर्स एसोसिएशन

वाहनों के प्रवेश को रोकने से होगा समस्या का समाधान

इसके चलते कारोबार काफी प्रभावित हो रहा है। क्योंकि कोई भी इस भीड़भाड़ में आना नहीं चाहता है। दूसरा यह कि पूरा रास्ता भयंकर जाम से जूझ रहा है, क्योंकि पीछे से यातायात आ रहा है, जो यहां आकर रूक जा रहा है। एसआरडीसी द्वारा आश्वस्त किया गया है कि इसे हटाकर यहां बूम बैरियर लगाया जाएगा, लेकिन इससे समस्या का हल नहीं निकलेगा, बल्कि वह यथावत रहेगी। इसका हल यह है कि नई सड़क की जगह चावड़ी बाजार की ओर बैरियर लगाया जाए जहां से वाहनों का प्रवेश होता है।

सुरेश बिंदल, अध्यक्ष, चांदनी चौक विकास परिषद

बारिश का पानी बाजार में घुस रहा

इन स्लैब के कारण दरीबा में बाढ़ जैसी स्थिति आ गई थी, क्योंकि मुख्य मार्ग ऊंचा और दरीबा की सड़क नीची हो गई है। बारिश में पूरा पानी इस स्लैब के पास इकट्ठा होकर तेजी से बाजार में घुस रहा था। इस कारण कई दुकानों में बारिश का पानी चला गया। दिक्कत यह कि आस-पास के रहने वाले लोगों द्वारा बाजार में आने वाले लोगों ने दरीबा की सड़क को पार्किंग बना दिया है। मना करने पर झगड़े पर उतारू हो जाते हैं। हालत इतनी खराब हो गई है कि लोग बाजार आने से कतराते हैं। कारोबार आधा रह गया है।

मनीष वर्मा, महासचिव, दरीबा व्यापार मंडल

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