डूंगरपुर7 घंटे पहले
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आदिवासाें के गढ़ डूंगरपुर जिले में वाहनाें काे लेकर अब ट्रेंड बदलता जा रहा है। लाेग अब डीजल, पेट्राेल के वाहनाें से दूरी बनाते हुए ई-व्हीकल ज्यादा खरीद रहे हैं। पिछले दाे साल के अांकडे़ देखें ताे 12 गुना बढ़ाेत्तरी हुई है। वर्ष 2020 में जहां जिले में कुल ई-व्हीकल 28 थे वहीं 2021 में 39 ई-व्हीकल रजिस्टर्ड किए गए। जबकि 2022 में ताे 279 का पंजीयन कराया गया। सबसे ज्यादा दाेपहिया 270 खरीदे गए। वर्तमान में जिले में देखें ताे कुल ई-व्हीकल की संख्या 346 पहुंच गई है।
इनमें 4 कार, 7 कार्ट, 19 रिक्सा और 316 दाेपहिया वाहन है। एक तरह से पिछडे इलाकाें में शामिल आदिवासियाें के गढ़ डूंगरपुर जिले में ई-व्हीकलाें की संख्या में अचानक बढ़ाेत्तरी हाेने से यहां के लाेगाें ने प्रर्यावरण सुरक्षा में जहां अपनी जागरुकता दिखाई है वहीं डीजल-पेट्राेल के भारी खर्च से बचने के लिए समझदारी। क्याेंकि ई-व्हीकल से वायु प्रदूषण शून्य हाेता है और डीजल-पेट्राेल का खर्च ताे बिल्कुल नहीं।
डूंगरपुर जिले में ई-व्हीकलाें की बढ़ती संख़्या काे देखते हुए जल्द ही इनके चार्जिंग स्टेशन लगाने पर ई-व्हीकल कंपनियों के स्तर पर विचार चल रहा है। उदयपुर में कई कंपनियां चार्जिंग स्टेशन लगा रही है, डूंगरपुर में भी ई-वाहनाें की वर्तमान संख्या व आगामी सालाें में कितनी बढ़ने की संभावना है आदि काे लेकर डाटा एनालिसिस चल रहा है। इन स्टेशनाें पर ई-व्हीकलधारियाें काे केन्द्र सरकार की स्वीकृत दराें पर वाहन चार्जिंग की सुविधा मिलेगी।
ई-व्हीकल खरीद के लिए जागरूक कर रहे, निर्देश मिलते ही अनुदान जारी करेंगे: आरटीओ
डूंगरपुर आरटीओ एनएल शाह का कहना है कि राजस्थान सरकार ने प्रदेश में 1 सितंबर 2022 काे ई-व्हीकल पाॅलिसी लागू कर दी है। इसमें जहां ईवी की खरीद करने पर माेटर वाहन टैक्स नहीं देना पड रहा है वहीं खरीददार काे भी सब्सिडी दी जा ही है। ज्यादा संख्या में लाेग ई-व्हीकल खरीदें, इसके लिए जागरुकता की जा रही है। अभी तक खरीदे गए ई-व्हीकलाें काे विभाग से अनुदान मिलते ही राशि जारी की जाएगी। आज के महंगाई के दाैर में ई-व्हीकल सबसे अच्छा है। वायु प्रदूषण शून्य और डीजल-पेट्राेल का खर्चा भी नहीं। जब वाहनाें की संख्या बढ़ेगी ताे इसके चार्जिंग स्टेशन भी अाएंगी। उदयपुर में कई ई-व्हीकल कंपनियां चार्जिंग स्टेशन लगा रही है। डूंगरपुर में भी लगाने का सर्वे चल रहा है।
ई-व्हीकल इसलिए जरूरी...
लगातार बढ़ रहा है हवा में प्रदूषण, डूंगरपुर का एक्यूआई लेवल-60, उदयपुर का खतरनाक स्तर 350 पर देश के महानगराें में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। पडाैसी जिला उदयपुर में एक्यूआई लेवल कई बार 350 पर पहुंच चुका है, जाे विशेषज्ञाें के अनुसार खतरनाक स्तर है। एक्यूआई जितना अधिक होगा, हवा उतनी ही खराब होगी। अगर एक्यूआई 0 से 50 के बीच रहे तो इसे अच्छी श्रेणी में रखा जाता है। 51 और 100 के बीच संतोषजनक, 101 और 200 के बीच मध्यम, 201 और 300 के बीच खराब, 301 और 400 के बीच बेहद खराब और 401 से 500 के बीच गंभीर श्रेणी में माना जाता है। जयपुर, दिल्ली बेहद खराब श्रेणी में आ चुके हैं। हालांकि डूंगरपुर का एक्युआई लेवल अभी 50-60 के बीच है। यानी डूंगरपुर में फ्यूल वाहनाें व अन्य कारणाें से वायु प्रदूषण शुरू हाे चुका है। इस पर अभी से राेक लगाना जरुरी हाे गया है। इसलिए सरकार ई-व्हीकल की खरीद पर जाेर दे रही है, और यह हमारे लिए भी अच्छा है।
राजस्थान में इलेक्ट्रिक व्हीकल पॉलिसी लागू, वाहन खरीद पर 20 हजार रुपए तक सब्सिडी
1 सितंबर 2022 काे राजस्थान सरकार ने प्रदेश में इलेक्ट्रिक व्हीकल पाॅलिसी लागू कर दी है। इसमें ईवी पर मोटर वाहन टैक्स भी नहीं देना होगा। इलेक्ट्रिक वाहनों की खरीद को बढ़ावा देने के लिए प्रपोज्ड वन टाइम कॉन्ट्रिब्यूशन और एसजीएसटी रिफिलिंग के लिए 40 करोड़ रुपए के एडिशनल बजट प्रोविजन मंजूर किया गया है। परिवहन विभाग के मुताबिक इस पॉलिसी से डीजल-पेट्रोल के वाहनों से होने वाले पॉल्यूशन में कमी आएगी। प्रदेश में इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर पर 5 से 10 हजार रुपए, थ्री-व्हीलर पर 10 से 20 हजार रुपए तक सब्सिडी दी जाएगी। लाइट मोटर व्हीकल- फोर-व्हीलर पर 50 हजार रुपए, बस पर 2 लाख रुपए तक सब्सिडी मिलेगी। सीएम गहलोत ने साल 2019-20 के बजट में इलेक्ट्रिक व्हीकल नीति लाने की घोषणा की थी।
इलेक्ट्रिक व्हीकल का नया ट्रेड: 2020 में 28, 2021 में 39 ई-व्हीकल खरीदे 2022 में यह आंकड़ा 279 तक पहुंच गया - Dainik Bhaskar
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