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ज्ञानपुर। सड़क दुर्घटनाओं को कम करने और लोगों को ड्राइविंग की बारीकियां बताने के लिए जिले में छह निजी मोटर ट्रेनिंग सेंटर की मंजूरी दी गई है। जिले के सभी छह ब्लॉकों में एक-एक मोटर ट्रेनिंग सेंटर खोले जायेंगे। ट्रेनिंग सेंटर खोलने की इच्छा रखने वालों का वार्षिक टर्न ओवर दो करोड़ व नेटवर्थ 50 लाख होना चाहिए। हल्के वाहनों का सेंटर एक एकड़ और बड़े वाहनों का ट्रेनिंग सेंटर दो एकड़ की जमीन पर बनेगा। जिले में पहले से ही आठ निजी मोटर ट्रेनिंग सेंटर हैं। वाहनों का लाइसेंस पाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ती है। प्रवर्तन विभाग अब अच्छी तरह से टेस्टिंग करने के बाद ही लाइसेंस जारी करता है। जिले में जल्द ही ड्राइव टेस्टिंग ट्रैक भी बनने वाला है। यहां परीक्षा पास करने के बाद ही वाहनों का लाइसेंस जारी हो सकेगा। ऐसे में वाहन चलाने में दक्ष व्यक्ति को ही लाइसेंस जारी होगा। इसको देखते हुए जिले में छह नए मोटर ट्रेनिंग खोलने की मंजूरी दी गई है। इन ट्रेनिंग सेंटरों में चालक के लिए प्रशिक्षण क्लास रूम व्यवस्था, ट्रेनर के साथ सिमुलेटर प्रशिक्षण और आटोमेटेड ट्रैक पर प्रशिक्षण की व्यवस्था होगी। ट्रेनिंग सेंटर में 10 प्रकार के कोर्स का प्रशिक्षण दिया जाएगा। कोर्स के अनुसार शुल्क तय होगा। विभाग के अनुसार 500 रुपये से लेकर 10000 तक कोर्स का शुल्क होगा।
जिले में ऑटोमैटिक वाहन टेस्टिंग ट्रैक की कवायद जारी है। इसके लिए प्रवर्तन विभाग ने ज्ञानपुर ब्लाक के पाली में जगह चिह्नित कर ली है। हालांकि अभी काम शुरू नहीं हुआ है विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि आने वाले समय में लाइसेंस बनाने के लिए निजी सेंटर से प्रशिक्षण पास करने के बाद विभाग के ट्रेंनिग सेंटर में टेस्ट देना होगा। पास होने के बाद ही ड्राईविंग लाइसेंस जारी किया जाएगा।
जनपद में जो नए प्रशिक्षण केंद्र खोले जाएंगे, वहां सीसीटीवी लगाए जाएंगे, जिससे पता चल सकेगा कि प्रशिक्षक चालक को क्या बता रहे हैं। कैमरे की नजर में ही ड्राइविंग का प्रशिक्षण होगा।
जिले में छह नए निजी मोटर ट्रेंनिग सेंटर खोलने की मंजूरी मिली है। इसके लिए तैयारी शुरू कर दी गई है। हालांकि लोगों को लाइसेंस विभाग के मोटर ट्रेनिंग सेंटर पर टेस्ट पास करने के बाद ही जारी हो सकेगा।
- अरुण कुमार, एआरटीओ।
जिले में ऑटोमैटिक वाहन टेस्टिंग ट्रैक की कवायद जारी है। इसके लिए प्रवर्तन विभाग ने ज्ञानपुर ब्लाक के पाली में जगह चिह्नित कर ली है। हालांकि अभी काम शुरू नहीं हुआ है विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि आने वाले समय में लाइसेंस बनाने के लिए निजी सेंटर से प्रशिक्षण पास करने के बाद विभाग के ट्रेंनिग सेंटर में टेस्ट देना होगा। पास होने के बाद ही ड्राईविंग लाइसेंस जारी किया जाएगा।
जनपद में जो नए प्रशिक्षण केंद्र खोले जाएंगे, वहां सीसीटीवी लगाए जाएंगे, जिससे पता चल सकेगा कि प्रशिक्षक चालक को क्या बता रहे हैं। कैमरे की नजर में ही ड्राइविंग का प्रशिक्षण होगा।
जिले में छह नए निजी मोटर ट्रेंनिग सेंटर खोलने की मंजूरी मिली है। इसके लिए तैयारी शुरू कर दी गई है। हालांकि लोगों को लाइसेंस विभाग के मोटर ट्रेनिंग सेंटर पर टेस्ट पास करने के बाद ही जारी हो सकेगा।
- अरुण कुमार, एआरटीओ।
Bhadohi News: कालीन नगरी में खुलेंगे छह मोटर ट्रेनिंग सेंटर - अमर उजाला
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